| अल्लाह ही अल्लाह किया करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| अल्लाह ही अल्लाह | |
| अल्लाह ही अल्लाह | |
| ( अल्लाह ही अल्लाह किया करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो ) – २ | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| अल्लाह ही अल्लाह – ३ | |
| ( अब चेहरे पे झूठ सजाके | |
| मिटती है सचाई ) – २ | |
| झूठे को दुनिया में हमेशा | |
| मिलती है रुसवाई | |
| अब चेहरे पे झूठ सजाके | |
| मिटती है सच्चाई | |
| झूठे को दुनिया में हमेशा | |
| मिलती है रुसवाई | |
| ( सच की राह पे चला करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो ) – २ | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| ( अल्लाह ही अल्लाह किया करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो ) – २ | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| अल्लाह ही अल्लाह – ३ | |
| ( शीशा टूट के जुड़ सकता है | |
| दिल न जुड़े अगर टूटे ) -२ | |
| कितना है बेदर्द वोह इन्सां | |
| प्यार का घर जो लूटे | |
| शीशा टूट के जुड़ सकता है | |
| दिल न जुड़े अगर टूटे | |
| कितना है बेदर्द वोह इन्सां | |
| प्यार का घर जो लूटे | |
| ( ऐसा ज़ुल्म न किया करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो ) -२ | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| ( अल्लाह ही अल्लाह किया करो | |
| दुख ना किसी को दिया करो ) – २ | |
| जो दुनिया का मालिक है | |
| नाम उसही का लिया करो | |
| अल्लाह ही अल्लाह – ६ |