| [00:08.361] |
ये चाँद सा रोशन चेहरा |
| [00:10.584] |
ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा |
| [00:12.668] |
ये झील सी नीली आँखें |
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कोई राज़ है इनमें गहरा |
| [00:17.132] |
ये चाँद सा रोशन चेहरा |
| [00:19.242] |
ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा |
| [00:21.355] |
ये झील सी नीली आँखें |
| [00:23.464] |
कोई राज़ है इनमें गहरा |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
| [00:34.311] |
तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
| [00:43.088] |
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| [00:51.115] |
"इक चीज़ कयामत भी है," लोगों से सुना करते थे |
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तुम्हें देख के मैंने माना, वो ठीक कहा करते थे |
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वो ठीक कहा करते थे |
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है चाल में तेरी, ज़ालिम, कुछ ऐसी बला का जादू |
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१०० बार संभाला दिल को, पर होके रहा बेकाबू |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
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ये चाँद सा रोशन चेहरा |
| [01:40.650] |
ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा |
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ये झील सी नीली आँखें |
| [01:44.909] |
कोई राज़ है इनमें गहरा |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
| [01:55.203] |
तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
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तारीफ़ करूँ क्या उसकी, जिसने तुम्हें बनाया? |
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जिसने तुम्हें बनाया |
| [02:25.512] |
जिसने तुम्हें बनाया |