हो आजा माही आजा माही आ सोनेया वे आके आज मेरा गल लग जा तू आजा माही आजा माही आ सोनेया आके आज मेरा गल लग जा तू तू ही मेरी जींद तू ही तक़दीर वे बन गया राँझा और तू ही मेरी हीर वे कैसे बताऊँ तूझे, कितना है प्यार वे रब दिखताहै तुझमें ओ मेरे यार वे, हाय आजा माही आजा माही आ सोनेया वे आके हो आजा गल लग जा आजा माही, आजा माही आ सोनेया आके आजा गल लग जा तू ओ हो हाय... ओ हे... उड़ती पतंग मेरी बस तेरे मांझे से मेरे जैसा प्यार ना होगा कभी किसी रांझे से हीर से भी सोहनी है तू किमती है हीरों सी प्यार की है चाहत तेरी इश्क़ के फ़कीरों की.. हाय... आजा माही आजा माही आ सोनेया वे आके आजा गल लग जा तू आजा माही आजा माही आ सोनेया आके आजा गल लग जा तू ओ हो ए हे... ओ हो ए हे... आजा माही आजा आ... आजा माही आजा..आजा... हो आजा माही आजा माही आ सोनेया वे आके हो आजा गल लग जा आजा माही आजा माही आ सोनेया आके आजा गल लग जा तू... आजा...