作词 : Shankar-Ehsaan-Loy 作曲 : Shankar-Ehsaan-Loy हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो ~ संगीत ~ चाहे जो तुम्हें पूरे दिल से मिलता है वो मुश्किल से ऐसा जो कोई कहीं है बस वो ही सबसे हसीं है उस हाथ को तुम थाम लो वो मेहरबाँ कल हो न हो हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो ~ संगीत ~ हो...पलकों के ले के साये पास कोई जो आये लाख सम्भालो पागल दिल को दिल धड़के ही जाये पर सोच लो इस पल है जो वो दास्ताँ कल हो न हो हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो हर पल यहाँ जी भर जियो जो है समाँ कल हो न हो जो है समाँ...कल हो न हो..